🚩 कांवड़ यात्रा: आस्था, तपस्या और शिवभक्ति का अद्भुत संगम

कांवड़ यात्रा 2025 की सम्पूर्ण जानकारी – तिथि, मार्ग, नियम, कथा और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ जानें शिवभक्ति और तपस्या का यह भव्य पर्व। बोल बम! “कांवड़ यात्रा: आस्था, तपस्या और शिवभक्ति का महापर्व” 🚩 कांवड़ यात्रा: आस्था, तपस्या और शिवभक्ति का अद्भुत संगम 🔶 प्रस्तावना श्रावण मास आते ही भारत की गलियों, सड़कों और राजमार्गों पर भगवा वस्त्रधारी भक्तों की टोलियाँ दिखाई देने लगती हैं। इनके कंधों पर लकड़ी की कांवड़ , सिर पर गंगाजल, और होठों पर “ बोल बम ” का उद्घोष होता है। यह दृश्य केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि एक धार्मिक महाकुंभ जैसा अनुभव होता है, जिसे हम “कांवड़ यात्रा” के नाम से जानते हैं। 🔱 कांवड़ यात्रा क्या है? कांवड़ यात्रा एक धार्मिक पदयात्रा है, जिसमें भगवान शिव के भक्त (कांवड़िये) गंगा नदी से जल भरकर अपने नजदीकी शिवमंदिरों में जलाभिषेक करते हैं। यह यात्रा विशेषकर श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) में की जाती है। 📜 कांवड़ यात्रा का इतिहास ✴️ पौराणिक कथा: कांवड़ यात्रा का उल्लेख पुराणों और कथाओं में मिलता है। मान्यता है कि— समुद्र मंथन के समय जब हलाहल विष निकला था, तो भगवान शिव ...